चाणक्य नीति में सदा ही ताकत का रहस्य छिपा है। अपने विचारों की दृढ़ता को बाहरी दुनिया के सामने नज़र आना चाहिए, परंतु असली कमजोरियाँ किसी को भी दिखाई नहीं देनी चाहिए। यह नीति हमें सिखाती है कि हम अपने व्यक्तित्व की सुंदरता दिखाना चाहिए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें
कथन चाणक्य: बहादुरी का प्रवाह, करुणा का आधार न
ऐसा विश्वास करना चाहिए कि चाणक्य के अनुसार वीरता का भाव आवश्यक है। उनका विचार में दया का साधन न होना चाहिए क्योंकि click here सामाजिक भावना कभी-कभी शक्तिहीनता की स्थिति पैदा कर सकती है।
तुम्हारी अंदर निहित शक्ति का प्रदर्शन करें, चाणक्य नीति
किसी भी परीक्षा में प्रगति प्राप्त करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपने अंदरनिहित शक्ति का उपयोग करें. चाणक्य नीति में हमें कहा गया है कि जब हम अपनी {क्षमतापर अवगत होते हैं, तब ही हम {अध्ययनकार्योंमें सफल हो सकते हैं. आप आपकी शक्ति को {साधनोंज्ञानका निर्माण कर सकते हैं और तुम्हारी लक्ष्यों तक पहुँच सकते हैं.
उनको लोगों को विश्वास दिलाएँ कि आप दुर्जेय हैं, चाणक्य की शिक्षा {
चानक्य जी ने कहा है कि जीवन में सफलता पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि लोग तुम्हें दुर्जेय समझें। अगर आप खुद को मजबूत और निडर करते हैं तो लोग आपका भवष्य करेंगे।
दिखाने से बचें कमजोरी का, ताकत का परिचय दें - चाणक्य नीति
कहानी के अनुसार आवश्यक होता है की रक्षा करना, उन सबको न दिखाएँ। अपनी ताकत का परिचय धीरे-धीरे दें, उसे प्रस्तुत करें एक मज़बूत व्यक्ति बनें।
यह बताना एक महत्वपूर्ण धारणा जो चाणक्य नीति में दी गई है। हम सबको इस पथ पर चलना चाहिए ताकि हम अपनी कमज़ोरियों से बच सकें और अपने हुनर का लाभ उठा सकें।
बल ही सच्ची शक्ति है |
चाणक्य ने समय में बहुत सी महत्वपूर्ण बातों को बताया है। उनका मानना था कि अगर किसी व्यक्ति के अंदर सही प्रकार का आत्मविश्वास हो, तो वह कोई भी मुश्किल काम आसानी से कर सकता है। नए लोगों की तरह ही हमेशा अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखना चाहिए और खुद को कभी कम नहीं समझना चाहिए। चाणक्य के अनुसार, जो व्यक्ति अपने आप में सच रखता है, वह हर कठिनाई से उबरने में सक्षम होता है।